क्षमापना पर्व के संदेश हिंदी में । पर्युषण के क्षमावाणी संदेश । क्षमापना पर्व के मैसेज । दशलक्षण धर्म के क्षमावाणी संदेश

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निश्चित रुप से एक सामाजिक प्राणी के रुप में कभी ना कभी-किसी ना किसी स्थिति या घटना में हमारे द्वारा किया गया कार्य , व्यवहार, शाब्दिक प्रतिक्रिया या भाव-भंगिमा किसी के कोमल ह्रदय को आहत कर सकती है-कर भी देती है।

आज पावन पर्युशण के इस शुद्धीकरण के पवित्र दिन का लाभ उठाते हुये मैं आप सब गुणीजनों एवम स्वजनों से जाने अनजाने में हुई गलतियों, त्रुटियों , शाब्दिक दंश और उपेक्षापूर्ण रवैये के लिये करबद्ध होकर कातर भाव से क्षमा मांगता हूँ। आशा है कि मेरी कमियां मेरी तुच्छता और मेरी सीमायें को ध्यान में रखते हुये आप मुझे क्षमा कर देंगे।

 

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