सरस ने बड़ी सी मुस्कान के साथ कहा ‘नहीं मैंने तो सिर्फ भाई -बहन के रिश्ते को और मजबूत किया है।’
अर्पिता ने भी नम आँखों और मौन शब्दों से सरस का आभार प्रकट किया।
लेखिका – रिंकी जैन
About Author
rinki
मैं रिंकी जैन कवि अमित जैन मौलिक की पत्नी हूँ। मैं एक कहानीकारा और उपन्यास कारा हूँ। मौलिक जी के प्रेरणा से कहानियां प्रकाशित करना आरंभ किया। शेष, कितना सफल हो पाई हूँ यह तो आप पाठकगण ही बतायेंगे। आपकी प्रतिक्रिया निश्चित रूप से मेरा संबल बढ़ाएगी और अपना श्रेष्ठ देने की प्रेरणा देगी।