कहानी सबसे बड़ी भूल – एक शिक्षा देती कहानी

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पर तीन महीनों में ही अजय ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया। बात-बात पर चिल्लाना, बिना किसी वजह चिढ़ना, और धीरे-धीरे दिन बद से बदतर होते चले गये।

बिजनेस के नाम पर अजय के कहने पर जो मेरे पापा ने मेरी शादी के लिए पांच लाख के गहने खरीद के रखे थे वह मैं अपने साथ ले आयी थी।

मेरे सारे के सारे गहने वो जुए में हार गया और देर रात
घर शराब पी कर आने लगा। गंदी-गंदी गलियों के साथ-साथ मार-पीट भी करने लगा।

जब सुबहा नशा उतरने के बाद मैं उसे प्यार में साथ-साथ जीने-मरने के वादे याद दिलाती तो वह फिर से एक नया वादा कर रात तक भुला देता था। फिर वही सब करता था।

फिर एक दिन तो हद ही हो गई, उस नीच ने सट्टे में हारे पैसे चुकाने लिए मुझे मेरे सामने खड़े-खड़े ही फोन पर बेच डाला। वो खरीदने वाले गुंडे मुझे दो घन्टे बाद मेरे घर से लेने के लिए आने वाले थे। अजय के मुँह से मेरा सौदा सुन कर मेरा तो पूरा बदन पसीने से तरबदर हो गया था।

मेरा माथा घूमने लगा की मैं करूँ तो क्या करूँ कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। इसी बीच अजय बाथरूम गया। मैंने घबराहट में बाथरूम के गेट की चटकनी बाहर से बंद कर दी और फिर रुम के गेट का ताला लगा कर सीधे टैक्सी पकड़ कर रेल्वे स्टेशन आ गई।

रेल्वे स्टेशन तो आ गई मगर समझ ही नहीं आ रहा था कि जाऊँ तो जाऊँ कहाँ, अपनी व्यथा सुनाते-सुनाते अर्पिता जोर-जोर से रोने लगी, ‘काश मैंने उस समय माता पिता की सच्ची सीख पर अमल कर लिया होता, तो आज मुझे इतने गंदे अनुभव और पीड़ा से नहीं गुजरना पड़ता। पर मैंने ऐसा करके ह्रदय तोड़ा कि आज मेरे जीने-मरने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।’

सरस ने डबडबाई आँखों से कहा, ‘दी आप ने बहुत कुछ सह लिया है अपने प्यार में धोखा खा कर, और जो आप ने अपनों के ह्रदय को ठेस पहुँचाई थी उस की सजा आपने अपने हिस्से में बहुत ज्यादा पा ली है, अब उस धोखेबाज सजल की सज़ा की बारी है।’

‘दी,आप मेरे साथ थाने चलकर उस के खिलाफ रिर्पोट लिखा दीजिए, फिर देखना मैं उस अजय का क्या हाल करता हूँ। यह तो अच्छा है कि वह एरिया जहां आप रहती है वह मेरे अंडर में आता है।’

***

सरस जीप से थोड़ी ही दूर एक गुमटी से सिगरेट खरीद कर पीते पीते कुछ सोच ही रहा होता है कि तभी बाइक पर 3 लड़के सवार इस गुमटी पर उतरते हैं और एक लड़का उनमे से अर्पिता की फ़ोटो दिखाकर पूछता है, ‘भाईसाब आपने इसे कहीं देखा है? सरस उस युवक को देख लेता है और पहचान जाता है की यह अजय है। गुमटी वाला थोड़ा ध्यान से तस्वीर देखता हुआ पूछता है,’आप क्यों इसके बारे में पूछ रहे है?’

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