जिस उद्देश्य के निहित यह विराट अनुष्ठान यहाँ आयोजित किया जा रहा है वह अपने पुनीत लक्ष्यों की सहज प्राप्ति में सफल हो और इस लक्ष्य प्राप्ति के महाभियान में हमारी संस्था को यथोचित भूमिका मिले, इसी मंगल कामना के साथ मैं अपना स्थान ग्रहण करता हूँ.
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद. . thank you very much.
बहुत अच्छी कवितायेँ और लेख है अनुकरणीय है आपको सैट सैट नमन |
ब्रजेन्द्र जी नमन आपकी सुंदर दृष्टि को। नमन आपके सुंदर ह्रदय को। नमन आपके सुंदर बोध को। बहुत बहुत आभार मित्र।
उड़ती बात मैंने आज ही देखी। बेहद अच्छा मंच है
अधिक लोग जाने और उपयोग में लें तो आपको भी ऊर्जा मिलेगी और आपके प्रयास को सार्थकता भी।
बहुत बहुत साधुवाद अजय साहेब। आप जैसे सुधीजनों के आशीर्वचनों से ही ऊर्जा मिलती है। आपकी मंगल कामनाओं के लिये आभार।
लाजवाब सरजी…
बहुत बहुत शुक्रिया मधुकर जी।
बहुत ही सरल तरीके के द्वारा आपने भाषण की सुरुआत करने का तरीका बताया है